उपसर्ग का अर्थ -
उस शब्दांश उपसर्ग कहते है जो किसी शब्द से पहले आकर उसका विशेष अर्थ प्रकट करता है या वह शब्दांश जो किसी शब्द के प्रारंभ मै जुडकर उसके अर्थ को बदल देते हैं उनेह ही उपसर्ग कहते है।जैसे - 'अप' उपसर्ग को 'मान' से पहले रख दे तो एक नया शब्द बन जाता है 'अपमान' जिसका अर्थ होता है। सम्मान न करना,
उद्धरण -
उपसर्ग------------------अर्थ---------------------------------------शब्द रूप
- अति----------अधिक, ज्यादा, ऊपर-----------अत्यंत, अत्याचार, अतिरिक्त आदि।
- आ------------सीमा, कभी, ओंर---------------आरम्भ, आकंशा, आगमन,आकर्षण आदि।
- सु ------------सुखी, सुन्दर, सहेज-------------सुलभ, स्वागत, सुअवसर,सुह्रदय आदि।
- चिर-----------देर, अधिक, दीर्घ----------------चिरंजीवी,चिरायु, चिर योवन आदि।
- कु, का,क------बुरा, हीनता, ठीक---------------कुपुत्र, कुकर्म, कुपात्र, कुपूत आदि।
प्रत्यय का अर्थ -
के बाद जो अक्षर या अक्षर-समूह लगाये जाते है, उनेह प्रत्यय कहते है।
जैसे - 'आप'
प्रत्यय को 'मिल' के बाद रख दे तो एक नया शब्द बन जाता है 'मिलाप' जिसका अर्थ होता है। मिलना-झुलना,
प्रत्यय दो प्रकार के होते है।-
- कृदंत प्रत्यय
- तद्धित प्रत्यय
01- कृदंत प्रत्यय
जो प्रत्यय धातुओं के अंत में लगते हैं वे कृत प्रत्यय कहलाते हैं। कृत प्रत्यय के योग से बने शब्दों को (कृत+अंत) कृदंत कहते हैं। जैसे-राखन+हारा=राखनहारा आदि।
उद्धरण -
उद्धरण -
कृदंत-------------------------------------------शब्द रूप
- आका---------------------------------लड़का, धड़ाका, धमाका
- आवा---------------------------------भुलावा,छलावा, दिखावा
- आई----------------------------------कमाई, चढ़ाई, लड़ाई
- आऊ----------------------------------बिकाऊ, टिकाऊ, चलाऊ
- आका---------------------------------लड़का, धड़ाका, धमाका
- ऐया----------------------------------गवैया, रखैया, लुटैया
- आहट--------------------------------घबराहट,चिल्लाहट
- ई------------------------------------रेती, फाँसी, भारी
- आ-----------------------------------सूखा, भूला, बैठा
- ना-----------------------------------दौड़ना, सोना
02- तद्धित प्रत्यय
जो प्रत्यय संज्ञा, सर्वनाम अथवा विशेषण के अंत में लगकर नए शब्द बनाते हैं तद्धित प्रत्यय कहलाते हैं। इनके योग से बने शब्दों को ‘तद्धितांत’ अथवा तद्धित शब्द कहते हैं। जैसे-अपना+पन=अपनापन आदि।
उद्धरण -
उद्धरण -
तद्धित------------------------------------------शब्द रूप
- क-----------------------------------पाठक, लेखक, लिपिक
- कार--------------------------------पत्रकार, कलाकार, चित्रकार
- वाला-------------------------------टोपीवाला घरवाला, गाड़ीवाला
- आल--------------------------------ससुराल, ननिहाल
- पन---------------------------------बचपन, लड़कपन, बालपन
- इया--------------------------------लुटिया, डिबिया, खटिया
- ई-----------------------------------कोठरी, टोकनी, ढोलकी
- टी, टा-----------------------------लँगोटी, कछौटी,कलूटा
- वाल वाला-----------------------डेरेवाला, दिल्लीवाला
- ई----------------------------------पंजाबी, बंगाली, गुजराती
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धन्यवाद............
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ReplyDeletevery bad
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ReplyDeleteBehad achcha likha hai aapne..dhanyvaad.
ReplyDeletenice its help realy help me thanks.............
ReplyDeletehate this site very bad
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